Friday, 3 March 2017

सफेद दाग का इलाज घर बैठे कर सकते हैं इन उपायों के साथ, किंतु थोड़ा धैर्य जरूर रखें


सफेद दाग का इलाज घर बैठे कर सकते हैं इन उपायों के साथ, किंतु थोड़ा धैर्य जरूर रखें


सफेद दाग का इलाज घर बैठे कर सकते हैं इन उपायों के साथ, किंतु थोड़ा धैर्य जरूर रखें
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सफेद दाग के रोगी को रोग से इतना ज्यादा शारिरिक कष्ट नही होता जितना कि वह इसके कारण मानसिक कष्ट भोगता है । यह कोई संक्रामक रोग नही है किंतु फिर भी इस तरह के रोगी को कुछ हद तक समाज में भेदभाव का सामना करना पड़ जाता है । इस रोग की बुरी बात यह है कि यह बहुत धीरे धीरे जाता है और अच्छी बात यह है कि यह पूरी तरह ठीक हो जाता है बस जरुरत होती है धैर्यपूर्वक सही इलाज करते रहने की । इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको सफेद रोग की चिकित्सा के लिये कुछ असरकारी प्रयोग बता रहे हैं जिनको आप घर बैठे कर सकते हैं बस इतना जरूर  ध्यान रखियेगा कि यह रोग धीरे धीरे ही ठीक होता है अतः थोड़ा लम्बे समय तक ये प्रयोग आपको करने पड़ेंगे । आइये जानते हैं इन प्रयोगों के बारे में
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1 :- सबसे पहले रोगी आदत डाल ले कि रोज सुबह उठकर ताँबे के बरतन में रात भर रखा हुआ पानी भर पेट पीना है । जिस तरह एक अच्छी शुरुआत किसी भी रेस को जीतने के लिये जरूरी होती है उसी तरह सुबह को पिया गया ताँबे के बरतन का पानी इस रोग को ठीक करने के लिये बहुत लाभकारी होता है ।
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2 :- इमली के चार सौ ग्राम बीजों को लेकर चार दिन के लिये पानी में भिगोकर रख दें । चार दिन में इमली के बीजों का छिलका फूल जाता है अब इस छिलके को हाथों से मसल कर उतार दें । बाकुची के बीज 200 ग्राम लेकर दो घण्टे के लिये पानी में भिगोकर रख दें । अब इन दोनों तरह के बीजों ( इमली के छिलके उतारे हुये और बाकुची ) को धूप में पूरी तरह सुखा लें । जब ये सूख जायें तो इन को पीसकर बारीक चूर्ण तैयार कर लें । इस चूर्ण को प्रयोग करने के लिये पानी के साथ पतला पेस्ट बनाकर सफेद दाग वाले हिस्से पर लेप कर लें और 2-3 घण्टे के लिये लगा रहने दें । यह प्रयोग रोज एक बार करना है । कुछ रोगियों में इस प्रयोग से दाग वाले हिस्से पर पानी के छाले जैसे बन जाते हैं तो इन छालों से डरना नही है बस छाले हो जाने पर इस प्रयोग को उस हिस्से पर करना बंद कर दें और रोज नारियल का तेल लगायें । जब छाले ठीक हो जायें तो पुनः यह प्रयोग शुरु कर दें । धीरे धीरे एक-दो महीने में दागों का रंग बदलना और आकार कम होना शुरु हो जायेगा । ध्यान रखें यह चूर्ण लगाने के लिये है खाने के लिये नही । वैसे अगर गलती से खा भी लेते हैं तो कोई परेशानी वाली बात नही है ।
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3 :- मूली के बीज दो ग्राम और पिसी हल्दी पाउडर दो ग्राम लेकर दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ सेवन करें । यह प्रयोग उपरोक्त लेप वाले प्रयोग के साथ ही लगातार करना है ।
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4 :- बाजार में आयुर्वेदिक दवाओं की दुकान से आयुर्वेदिक औषधि "गंधक रसायन" मिलती है । गंधक रसायन की दो-दो गोलियॉ दिन में तीन बार ताजे पानी के साथ लें ।
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5 :- रोज सुबह सूरज उगने के समय दाग वाले हिस्सों को सूरज की रोशनी में कर के बैंठे लगभग पन्द्रह मिनट रोज ।
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6 :- खाने पीने में ताजा बना और सात्विक खाना ही लें । मिर्च-मसालेदार और खटाई वाला तला भुना बिल्कुल ना खायें ।
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ध्यान रखें किसी भी रोग में घरेलू इलाज आपके चिकित्सक की सलाह का विकल्प नही होते हैं । लक्षण ज्यादा होने पर अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श करें ।
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